परिचय

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दुर्ग छत्तीसगढ़ राज्य का एक प्रमुख ऐतिहासिक शहर है जो शिवनाथ नदी के किनारे स्थित है। यह शहर छत्तीसगढ़ की औद्योगिक और शैक्षणिक गतिविधियों का केंद्र है तथा यह दुर्ग-भिलाई नगरीय क्षेत्र का हिस्सा है। मराठा शासनकाल में दुर्ग एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक इकाई था। वर्तमान में यह तेजी से विकसित हो रहा शहर है।

समझें

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दुर्ग में आधुनिकता और परंपरा का संगम देखने को मिलता है। यह शहर शैक्षणिक संस्थानों, बाजारों, धार्मिक स्थलों और सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है।

कैसे पहुँचें

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  • रेल मार्ग: दुर्ग रेलवे स्टेशन देश के कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। यहाँ से रायपुर, नागपुर, भोपाल, दिल्ली आदि के लिए नियमित ट्रेनें उपलब्ध हैं।
  • सड़क मार्ग: दुर्ग राष्ट्रीय राजमार्ग ५३ द्वारा अन्य शहरों से जुड़ा हुआ है। बस सेवाएँ और निजी टैक्सी भी उपलब्ध हैं।
  • हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा रायपुर स्थित स्वामी विवेकानंद विमानतल है, जो लगभग ५४ किलोमीटर दूर है।

देखने योग्य स्थान

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  • दुर्ग किला: ऐतिहासिक किला जो मराठा काल में बना था।
  • मैत्री बाग (भिलाई के निकट): यह चिड़ियाघर, उद्यान और संगीत फव्वारे के लिए प्रसिद्ध है।
  • देवबलोदा महादेव मंदिर: कलचुरी वास्तुकला का सुंदर उदाहरण।
  • चंडी मंदिर, शिव मंदिर, बंजारी धाम जैसे कई धार्मिक स्थल।

करने योग्य गतिविधियाँ

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  • मंदिरों में दर्शन और धार्मिक आयोजनों में भाग लेना।
  • लोकल बाजारों से हस्तशिल्प और छत्तीसगढ़ी परंपरागत वस्तुएँ खरीदना।
  • मैत्री बाग में नौका विहार एवं संगीतमय फव्वारे का आनंद लेना।

खरीदारी व खानपान

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  • बाजार: गोलबाजार, सिविक सेंटर, नेहरू नगर।
  • खानपान: स्थानीय व्यंजनों में फरा, चीला, अड़गी, भजिया प्रमुख हैं। प्रसिद्ध मिठाइयों में रसगुल्ला, जलेबी व बर्फी शामिल हैं।

आवास

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  • शहर में अनेक होटल, लॉज एवं धर्मशालाएँ उपलब्ध हैं जैसे होटल गैलेक्सी, होटल सम्राट, होटल शिवनाथ इत्यादि।
  • बजट और लक्जरी दोनों तरह के विकल्प उपलब्ध हैं।

यात्रा का उपयुक्त समय

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दुर्ग की यात्रा के लिए अक्टूबर से मार्च का समय सबसे अच्छा माना जाता है। इस अवधि में मौसम ठंडा और सुहावना रहता है।

अगला गंतव्य

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  • रायपुर (३० कि.मी.)
  • भिलाई (१० कि.मी.)
  • राजनांदगांव, डोंगरगढ़, कांकेर आदि।